About Blog

आरंभ से ही रचनाकारिता मानव सभ्यता के विकास का मंत्र रही है.आज विध्वंस के आतंक के बीच फिर से रचनाकार को ढूँढता और उन्हें प्रोत्साहन हेतु है यह मंच. कृति,विकृति,आकृति,अनुकृति,मंचन,गायन,संगीत,चित्रकला,इन सब में "कला वही जो मन को छू ले,विकृत हो तो विकार तुम्हारा!".(निस्संकोच ब्लॉग पर टिप्पणी/ अनुसरण/निशुल्क सदस्यता व yugdarpanh पर इमेल/चैट करें 9911111611, 9654675533.

YDMS चर्चा समूह

बिकाऊ मीडिया -व हमारा भविष्य

: : : क्या आप मानते हैं कि अपराध का महिमामंडन करते अश्लील, नकारात्मक 40 पृष्ठ के रद्दी समाचार; जिन्हे शीर्षक देख रद्दी में डाला जाता है। हमारी सोच, पठनीयता, चरित्र, चिंतन सहित भविष्य को नकारात्मकता देते हैं। फिर उसे केवल इसलिए लिया जाये, कि 40 पृष्ठ की रद्दी से क्रय मूल्य निकल आयेगा ? कभी इसका विचार किया है कि यह सब इस देश या हमारा अपना भविष्य रद्दी करता है? इसका एक ही विकल्प -सार्थक, सटीक, सुघड़, सुस्पष्ट व सकारात्मक राष्ट्रवादी मीडिया, YDMS, आइयें, इस के लिये संकल्प लें: शर्मनिरपेक्ष मैकालेवादी बिकाऊ मीडिया द्वारा समाज को भटकने से रोकें; जागते रहो, जगाते रहो।।: : नकारात्मक मीडिया के सकारात्मक विकल्प का सार्थक संकल्प - (विविध विषयों के 28 ब्लाग, 5 चेनल व अन्य सूत्र) की एक वैश्विक पहचान है। आप चाहें तो आप भी बन सकते हैं, इसके समर्थक, योगदानकर्ता, प्रचारक,Be a member -Supporter, contributor, promotional Team, युगदर्पण मीडिया समूह संपादक - तिलक.धन्यवाद YDMS. 9911111611: :

Saturday, September 3, 2011

यदि राउल विंची उर्फ राहुल गांधी भारत के प्रधान मंत्री बने : -

यदि राउल विंची उर्फ राहुल गांधी भारत के प्रधान मंत्री बने : -यदि चाटुकारों की मंडली के पीछे टट्टुओं की चली तो और ...
-तो ऐसी अनेकों संभावनाओं के द्वार खुल जायेंगे, कि
- मुंबई और अन्य महानगरों में दैनिक बम विस्फोट संभावित
- इंडियन मुजाहिदीन, सिमी, जेएम, एचएम आदि को कानूनी मान्यता 
- एक और कारगिल युद्ध की सम्भावना 
- कश्मीर के पाकी आतंकवादी सेना को बेचने में कोई शंका नहीं
- या तो ईसाई धर्म या इस्लाम के लिए बलात धर्मांतरणों की 
सम्भावना
- हिंदुओं की व्यवस्थित हत्या की सम्भावना 
- भारत के आधा दर्जन से अधिक विभाजन की सम्भावना......

"अंधेरों के जंगल में,दिया मैंने जलाया है ! 
इक दिया,तुम भी जलादो;अँधेरे मिट ही जायेंगे !!"
युगदर्पण,"कला वही जो मन को छू ले,
विकृत हो तो विकार तुम्हारा!"-तिलक

Wednesday, August 31, 2011

आज का सत्य व धर्म युद्ध !

आज का सत्य व धर्म युद्ध !


हम उधर हाथ बढ़ाते हैं,
जिसे पाना सरल हो,
फिर चाहे वो गरल हो,
हमारी आकांक्षा रहती है
वही पाने की,
जिसे पाना सरल नहीं होता;
क्योंकि जो सहज सुलभ होता है
वह विनीत होता है;
वह आकांक्षा नहीं जगाता,
विनय को कौन सुनता है
शक्ति की सदा पूजा होती है,
चाहे वो शक्ति सत्ता की हो,
भुज बल, धन बल अथवा हो जन बल की,
जब सत्ता निरंकुश हो जाये अधर्म कहलाता है,
उस पर अंकुश धर्म,
सत्ता उस अंकुश को माने तो धर्म सत्ता,
न माने तो
धर्म व न्याय की रक्षा में होता है
धर्म युद्ध.
- तिलक, संपादक युग दर्पण 9911111611,"कला वही जो मन को छू ले,विकृत हो तो विकार तुम्हारा!"-तिलक