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आरंभ से ही रचनाकारिता मानव सभ्यता के विकास का मंत्र रही है.आज विध्वंस के आतंक के बीच फिर से रचनाकार को ढूँढता और उन्हें प्रोत्साहन हेतु है यह मंच. कृति,विकृति,आकृति,अनुकृति,मंचन,गायन,संगीत,चित्रकला,इन सब में "कला वही जो मन को छू ले,विकृत हो तो विकार तुम्हारा!".(निस्संकोच ब्लॉग पर टिप्पणी/ अनुसरण/निशुल्क सदस्यता व yugdarpanh पर इमेल/चैट करें 9911111611, 9654675533.

YDMS चर्चा समूह

बिकाऊ मीडिया -व हमारा भविष्य

: : : क्या आप मानते हैं कि अपराध का महिमामंडन करते अश्लील, नकारात्मक 40 पृष्ठ के रद्दी समाचार; जिन्हे शीर्षक देख रद्दी में डाला जाता है। हमारी सोच, पठनीयता, चरित्र, चिंतन सहित भविष्य को नकारात्मकता देते हैं। फिर उसे केवल इसलिए लिया जाये, कि 40 पृष्ठ की रद्दी से क्रय मूल्य निकल आयेगा ? कभी इसका विचार किया है कि यह सब इस देश या हमारा अपना भविष्य रद्दी करता है? इसका एक ही विकल्प -सार्थक, सटीक, सुघड़, सुस्पष्ट व सकारात्मक राष्ट्रवादी मीडिया, YDMS, आइयें, इस के लिये संकल्प लें: शर्मनिरपेक्ष मैकालेवादी बिकाऊ मीडिया द्वारा समाज को भटकने से रोकें; जागते रहो, जगाते रहो।।: : नकारात्मक मीडिया के सकारात्मक विकल्प का सार्थक संकल्प - (विविध विषयों के 28 ब्लाग, 5 चेनल व अन्य सूत्र) की एक वैश्विक पहचान है। आप चाहें तो आप भी बन सकते हैं, इसके समर्थक, योगदानकर्ता, प्रचारक,Be a member -Supporter, contributor, promotional Team, युगदर्पण मीडिया समूह संपादक - तिलक.धन्यवाद YDMS. 9911111611: :

Tuesday, October 29, 2013

सत्य का तथ्य (2013)

सत्य का तथ्य (2013) Monday, October 28, 2013

सत्य का तथ्य -(एक वार्षिक परिक्रमा) 

সত্য ঘটনা, સત્ય હકીકતો, सत्य तथ्ये, ಸತ್ಯ ಫ್ಯಾಕ್ಟ್ಸ್, உண்மையை உண்மைகள், ట్రూత్ వాస్తవాలు,  സത്യ ക തതയ ,  ਦਾ ਤਥ੍ਯ, Facts of the Truth, सत्यश्च तथ्य:, سچ کی حقیقت , حقایق حقیقت ,

(नव महाभारत दर्पण monday, june 17, 2013) महाभारत 2014 की रणभेरी बज उठी है।

भ्रम के घनघोर अंधेरों में 

इन्हें अवश्य देखें, विशेषकर सत्यदर्पण:- ...और कितना गिरोगे देश के गद्दारो ? 

व YDMS के 28 विविध  ब्लाग 5 चेनल  अन्यसूत्र

 नकारात्मक मीडिया के सकारात्मक व्यापक विकल्प  का एक सार्थक संकल्प युग दर्पण YDMS

- (विविध विषयों के 28 ब्लाग, 5 चेनल  अन्य सूत्र) की 60 से अधिक देशों में एक वैश्विक पहचान है। आप चाहें तो आप भी इस सोच  संघर्ष के साथी बन सकते हैं, लेखक न भी हों, तो इसके समर्थक/प्रचारक बनकर।

यह केवल एक समाचारपत्र या ब्लाग नहीं, पूर्व में बंगाल से पश्चिम के गुजराज, उत्तर के पंजाब से चारों दक्षिणी  राज्यों व भाषाओँ तक सभी देश भक्तों का व्यापक मंच है मैकाले ने एक विचार दिया इस देश के अस्तित्व को प्रदूषित कलंकित करने का, राष्ट्रद्रोही शर्मनिर्पेक्षों ने कर दिखाया।  इसी को बदलने के व्यापक विकल्प से जुड़ कर, अब राष्ट्र भक्त अपना दायित्व निभाएंगे। 
मैकालेवादी दास प्रवृति  मानसिकता के लोगों की अपने विदेशी स्वामियों के प्रति जितनी निष्ठा है, यदि उसका 1 लाखवां अंश भी अपनी भारत भूमि के प्रति निष्ठा रहती: तो भारत की यह दुर्दशा कभी  होती।  भारत के पुत्रो, आइये राष्ट्र की इस सुप्त चेतना को पुनर्जागृत  प्रतिष्ठित करें। -तिलक YDMS वन्देमातरम
सत्ता की सीता का हरण करने, कोई स्वार्थ का बिका लोभी रावण छद्म वेश में छल न ले! स्वयं जागें, देश जगाएँ 
2008 में भी आम आदमी के नाम से छला गया अब भी छलने की है तैयारी, बस पात्र बदल गए हैं इस बारी 

(कविता) स्वामी विवेकानन्द महान। saturday, january 5, 2013,

नेता जी सुभाष के जन्म दिवस पर उन्हें शत शंत नमन ...!!(लेख) tuesday, january 22, 2013,

बसंत पंचमी 15.2.2013,राष्ट्र रक्षा संकल्प दिवस 

हिंदुत्व एक जीवन शैली 

** "हे भारत की नारी"**

राष्ट्र की दुर्दशा, कारण, निवारण : january 20, 2013,भारतीय शिक्षा प्रणाली का विनाश,

वैचारिक क्रांति का सूत्रपात, कुचक्रों से घिरा राष्ट्र जागे ! saturday, march 30, 2013,

ऐसे अनेकों समाचार, लेख, स्तम्भ, काव्य, व्यंग चित्र व कार्टून, व अन्य प्रस्तुतियां, जिन्हें फेस बुक या ट्वीटर से लम्बे समय कटे रहने से, विविध विषयों के 28 ब्लाग सेआपसे शेयर नहीं कर सका।YDMS ब्लाग, 5 चेनल  मेरे G+ गूगल के मित्र, आप सभी "मेरे फेस बुक के नए या ट्वीटर' के सूत्र देख लें व जुड़ सकते हैं 
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नकारात्मक मीडिया के सकारात्मक व्यापक विकल्प का सार्थक संकल्प
-युगदर्पण मीडिया समूह YDMS- तिलक संपादक
विश्वगुरु रहा वो भारत, इंडिया के पीछे कहीं खो गया |
 इंडिया से भारत बनकर ही, विश्व गुरु बन सकता है; - तिलक
पूरा परिवेश पश्चिम की भेंट चढ़ गया है | उसे संस्कारित, योग, आयुर्वेद का अनुसरण कर
हम अपने जीवन को उचित शैली में ढाल सकते हैं | आओ मिलकर इसे बनायें; - तिलक
हम जो भी कार्य करते हैं, परिवार/काम धंधे के लिए करते हैं |
 देश की बिगडती दशा व दिशा की ओर कोई नहीं देखता | आओ मिलकर इसे बनायें; -तिलक
,"कला वही जो मन को छू ले, विकृत हो तो विकार तुम्हारा | "-तिलक

Saturday, October 5, 2013

शारदीय नवरात्रि 2013

शारदीय नवरात्रि 2013
अखिल विश्व में फैले हिन्दू समाज सहित सभी देश वासियों को सपरिवार शारदीय नवरात्रों की हार्दिक बधाई व शुभकामनायें - युग दर्पण परिवार YDMS 
 शारदीय नवरात्रि सभी नवरात्रों में सबसे लोकप्रिय और महत्वपूर्ण नवरात्रि है। शारदीय नवरात्रि महा नवरात्रि के रूप में भी जाना जाता है। यह शारदीय  नवरात्रि शरद ऋतु के मध्य सितंबर या अक्टूबर के महीने में चांद्र मास अश्विन में पड़ता है। यही कारण है कि शारदीय नवरात्रि नाम शरद ऋतु से लिया गया है। नवरात्रि के मध्य सभी नौ दिन देवी शक्ति के नौ रूपों के लिए समर्पित रहते हैं। नौ दिन का यह उत्सव दसवें दिन दशहरा या विजया दशमी; असत्य पर सत्य की, दानवों पर देव की विजय पर रावण दहन के साथ समाप्त.होता है।
महिलायें, विशेष रूप से महाराष्ट्र और गुजरात में, नवरात्रि के प्रत्येक दिन के लिए आवंटित (रंग) 9 विभिन्न रंगों के साथ स्वयं को सजाया करती हैं, जो प्रत्येक दिन एक ग्रह या नवग्रहों द्वारा शासित है और तदनुसार एक रंग प्रत्येक दिन को सौंपा जाता है। बंगाल में दुर्गा पूजा, उत्तर भारत में रामलीला, जागरण-कीर्तन और पश्चिम भारत में इस पर्व के मध्य गरबा-डांडिया की धूम रहती है
 शक्ति के रूप में दानवों का संहार करनेवाली शक्ति की युगों युगों से पूजा करने वाला यह समाज जिस मर्यादा का पालन करता है उसे व्यक्त करता है, यह गीत- हम न किसी का मुल्क चाहते हमें किसी से वैर नहीं; (साथ ही, हमारी यह भावना नपुंसकता का कारण नहीं हो, अगली पंक्ति उस पौरुष का प्रतीक है।) जो हम पर चढ़ कर आयेगा उस दुश्मन की खैर नहीं ।।
Happy Navratri 2013 Picturesशारदीय नवरात्रि को शक्ति पूजा का पर्व कहा जाता है—इसके पीछे दो कथाएं मुख्य रूप से प्रचलित हैं पहली है महिषासुर मर्दिनी से जुड़ी और दूसरी राम की शक्तिपूजा से पहली कथा के अनुसार आदिशक्ति दुर्गा ने इन नौ दिनों में युद्ध करके देवताओं को महिषासुर नामक राक्षस के आतंक से मुक्त कराया था महिषासुर नाम के राक्षस ने भगवान शिव की आराधना करके अपार शक्तियां प्राप्त कर ली थीं- उसने जल, थल और नभ र विजय पा ली थी ब्रह्मा, विष्णु और महेश भी उसे हरा नहीं पा रहे थे सभी देवताओं ने आदिशक्ति की आराधना की, सभी ने उन्हें अपनी-अपनी शक्तियां दीं इसके बाद मां दुर्गा ने महिषासुर का वध कर देवताओं और इस ब्रह्मांड को सभी कष्टों से मुक्त किया
शारदीय नवरात्रि के महत्व के बारे में दूसरी कथा भगवान राम से जुड़ी है त्रेता युग में राम और रावण के बीच भयानक युद्ध चल रहा था प्राय: सभी बड़े योद्धा खोने के बाद रावण स्वयं मैदान में था राम पूरी शक्ति लगा कर भी रावण को हरा नहीं पा रहे थे रावण भगवान शिव का वरदान शिवभक्ति के अहंकार में डूबा था रावण के युद्धकौशल से राम का मन भी विचलित होने लगा, वो चिंतित थे तब श्रीराम को उनकी सेना के प्रमुख सेनापति जामवंत जी ने सुझाया—
कह हुए भानु-कुल-भूषण वहां मौन क्षण भर,
बोले विश्वस्त कण्ठ से जाम्बवान, "रघुवर,
विचलित होने का नहीं देखता मैं कारण,
हे पुरुषसिंह, तुम भी यह शक्ति करो धारण,
आराधन का दृढ़ आराधन से दो उत्तर  

जामवंत ने श्रीराम से कहा यदि रावण भगवान शिव की आराधना कर इतरा रहा है तो आप शक्ति की आराधना कीजिए. शिव के वरदान की काट शक्ति के अतिरिक्त किसी और के पास नहीं. और फिर भगवान राम ने 9 दिन तक आदिशक्ति दुर्गा की घनघोर आराधना की
अखिल विश्व में फैले हिन्दू समाज सहित सभी देश वासियों को सपरिवार शारदीय नवरात्रों की हार्दिक बधाई व शुभकामनायें - युग दर्पण परिवार YDMS 




अन्य, यह भी देखें  नरेंद्र मोदी की दिल्‍ली रैली में हुंकार

2008 में स्वामी लक्ष्मणानंद की हत्या के लिए दोषी 7 ईसाई

 नकारात्मक मीडिया के सकारात्मक व्यापक विकल्प का सार्थक संकल्प 
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विश्वगुरु रहा वो भारत, इंडिया के पीछे कहीं खो गया |
इंडिया से भारत बनकर ही, विश्व गुरु बन सकता है; - तिलक
यह राष्ट्र जो कभी विश्वगुरु था, आज भी इसमें वह गुण,
योग्यता व क्षमता विद्यमान है | आओ मिलकर इसे बनायें; - तिलक
,"कला वही जो मन को छू ले, विकृत हो तो विकार तुम्हारा | "-तिलक